DIVYA SANSKRITI STARTED SADASYTA ABHIYAN

BABA NEEB KAROLI BANE PRATHAM SADASYA

आज 17अप्रैल,2024. दिव्य संस्कृत संस्थान ने आज रामनवमी के शुभ-महोत्सव पर बाबा नीम करोली जी महाराज को प्रथम सदस्य बनाक सदस्यता अभियान की शुरुआत प्रारंभ की। 

 

बाबा नीम करोली आश्रम दिल्ली में यह कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया। 

 

बाबा के चरणों में बैठकर तथा आशीर्वाद लेकर सदस्यता अभियान प्रारंभ किया गया है। 

संस्थान ने अपनी आगामी योजनाओं की भी रचना बनाई है। जिसमें दिव्य अरुण उपासक योजना प्रमुख है।

जिसके अंतर्गत कोई भी सदस्य यदि रोज एक सदस्य अपने साथ जोड़ने का कार्य करता है तथा वर्ष में 360 कार्यकर्ताओं को जोड़ लेता है { चूंकि सूर्य की आकृति गोल यानी 360°[ डिग्री] वाली होती है} तो वह दिव्या अरुण उपासक की उपाधि प्राप्त कर लेगा और दिव्य अरुण उपासना कार्यक्रम में उनका निशुल्क ले जाने की व्यवस्था रहेगी।

सदस्यता शुल्क न्यूनतम 9 रुपए {छात्र} प्रतिवर्ष एवं व्यावसायिक /कर्मचारी न्युनतम 99 रुपए प्रति वर्ष दान प्रदान कर सदस्यता को प्राप्त कर सकते हैं । 

 

सभी सदस्यों ब्रह्मपुत्र सर्टिफिकेट प्रदान करने की योजना रखी गई है।

यह पूरी व्यवस्था डिजिटल रहेगी। सभी अपने मोबाइल पर दिव्या संस्कृति वेबसाइट का लिंक खोल कर सदस्यता को प्राप्त कर सकते हैं। अथवा वेबसाइट पर जाकर भी सदस्यता को प्राप्त कर सकते हैं एवं अपना ब्रह्मपुत्र सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं। 

यह सदस्यता प्राप्त करना बेहद सरल रखा गया है ।

संस्थान ने सभी सदस्यों से कुछ आग्रह भी किए हैं जिसकी जानकारी सदस्य बनने के बाद सर्टिफिकेट पर ही अंकित की गई है। 

 

 संस्थान सभी से आग्रह करता है कि देश तथा विश्व के अच्छे भविष्य के लिए दिव्य संस्कृत संस्थान से जुड़े एवं संस्थान के प्रयासों को और भी अधिक आगे बढ़ाएं 

Glimpse of the event